जानिए सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान, 14 नुकसान जिनको जानना है जरुरी

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान | Sukanya Samriddhi Yojana Ke Nuksan | SSY Ke Nuksan

भारत की केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना 2023 एक प्रकार की निवेश बचत योजना है। यह योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत आती है, इस योजना के अंतर्गत देश की 10 वर्ष आयु से कम वाली बेटियों के माता-पिता अपनी बेटी के लिए एक निवेश खाता खोलते हैं जोकि उनके सुनहरे भविष्य के लिए उपयोगी हो सके।

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सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान
सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान

सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान

सुकन्या समृद्धि योजना के ढेर सारे लाभ तो हैं मगर फायदे के साथ साथ अलग अलग तरह से सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान भी है। तो चलिए, आज हम आपकों इस आर्टिकल में सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान से जुड़े विभिन्न पहलुओं को उजागर करने की कोशिश करेंगे।

 Sukanya Samriddhi Yojana Ke Nuksan
Sukanya Samriddhi Yojana Ke Nuksan

14 प्रमुख सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान इस प्रकार है:

  1. सिर्फ़ बेटियां को मिलेगा फ़ायदा: सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि सिर्फ बेटियों के लिए है, यदि आपके परिवार में कोई बेटी नहीं है, तो आप इसका लाभ नहीं ले सकेंगे। बेटे को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
  2. खाते की स्थिरता: PPF खाते को 5 से 5 वर्ष की अवधि में बढ़ाया जा सकता है, लेकिन सुकन्या खाते को ऐसा नहीं किया जा सकता।
  3. सुकन्या समृद्धि योजना अवधि: सुकन्या समृद्धि योजना में जो निवेश किया गया है, वह 21 वर्षों के लिए बंद हो जाएगा। यानी 21 वर्ष से पहले धन इस योजना से नहीं निकाला जा सकता है, कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर। आम निवेशकों को इतने दिनों तक अपनी अमीर कमाई को बंद रखना मुश्किल होता है।
  4. सुकन्या योजना कम रिटर्न: सुकन्या योजना में सिर्फ 8% का ब्याज सरकार द्वारा दिया जाता है और 21 वर्ष का lock-in अवधि होता है। जब आप एक लंबे समय तक निवेश करते हैं, तो ULIPS और Mutual Fund औसतन 15% तक का रिटर्न देते हैं, लेकिन सुकन्या समृद्धि योजना केवल 6-8% तक का रिटर्न देती है। निवेशक इससे नुकसान उठाता है।
  5. राशि जमा करने की तय तारीख़: सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों के अनुसार, ब्याज की गणना केवल 5 तारीख तक आपके सुकन्या समृद्धि खाते में जमा किए गए कुल पैसे से की जाती है. अगले महीने में आपके खाते में उपलब्ध कुल पैसे से कम हो जाएगा। यदि आप 5 तारीख के बाद अपने सुकन्या खाते में धन जमा करते हैं, तो उस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
  6. खाता डिफ़ॉल्ट होने पर पेनाल्टी: यदि आपका सुकन्या खाता अनियमित हो जाता है, तो एक साल के लिए 50 रुपये की पेनाल्टी के साथ 250 रुपये जमा करना होगा। प्रति वर्ष 50 रुपये की पेनाल्टी के साथ-साथ हर साल कम से कम 250 रुपये जमा करने होंगे।
  7. एक घर में सिर्फ़ दो खाते: सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों के अनुसार, एक परिवार में केवल दो बेटियों के लिए सुकन्या खाता खोला जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति की दो से अधिक बेटियां हैं, तो उनका सुकन्या खाता नहीं खुलवाया जा सकता है। वे इस योजना को नहीं मानती हैं। लेकिन यह कार्यक्रम सिर्फ बेटियों के लिए है।
  8. सुकन्या खाता के लिए बिटिया की तय उम्र: सुकन्या समृद्धि योजना का एक और नियम है कि बेटी की उम्र 10 वर्ष से अधिक होने पर उसका खाता नहीं खोला जा सकता है। जिससे इस योजना का लाभ कुछ बच्चियों को नहीं मिलता है।
  9. अधिकतम राशि जमा करने की लिमिट: सकते सुकन्या समृद्धि योजना का नियम है कि इस खाते में एक साल में 1.5 लाख रुपये से अधिक नहीं जमा किये जा सकते है मगर आपने अधिक जमा कर दिया, तो आपको ब्याज नहीं मिलेगा।
  10. सुकन्या समृद्धि योजना का संयुक्त खाता नहीं खुलवा सकते: सुकन्या समृद्धि योजना का नियम कहता है कि माता-पिता दोनों का सुकन्या खाता खुलवा सकते हैं, लेकिन 18 वर्ष की होने पर बेटी को खाता चलाने का अधिकार मिलेगा।
  11. बेटी की उम्र 18 वर्ष होने खाता पर पूर्ण नियंत्रण: सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों के अनुसार, जब बेटी 18 वर्ष की हो जाएगी, तो वह अपना सुकन्या खाता खुद चलाएगी और उसके माता-पिता इसे नहीं चलाएंगे। किन्तु बिटिया को बहुत कम उम्र में इतने बड़े पैसे का मालिक बना देना बहुत खतरनाक हो सकता है।
  12. जमा राशि की रिटर्न में कटौती: यदि आप सुकन्या योजना के तहत अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए पैसे निकाल रहे हैं, तो आप शिक्षा संस्थान की फीस slip में जो भी रकम अंकित है उसे निकाल सकते हैं, बशर्ते कि यह रकम आपके सुकन्या खाते में जमा रकम का कम से कम 50% हो। साथ ही आप अपने सुकन्या खाते से पढ़ाई से जुड़े अन्य खर्चों का भुगतान नहीं कर पाएंगे।
  13. एक महीने पहले निकासी: यदि आपकी बेटी 18 वर्ष की हो गयी है और आप उसके विवाह के लिए धन निकालना चाहते हैं, तो आप शादी की तिथि से अधिकतम एक महीने पहले ही धन निकाल सकते हैं। आप इस खाते से पैसे नहीं निकाल सकते अगर आपको दो महीने पहले इसकी जरूरत है।
  14. हर तीन महीने में ब्याज दर की बदलाव: भारत सरकार हर तीन महीने में सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले ब्याज का दस वर्षीय बांड रिटर्न के साथ विश्लेषण करता है और अगले तिमाही के लिए ब्याज की घोषणा करता है। इसलिए सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर हर तिमाही बदलती रहती है।

उपरोक्त बिंदुओं में सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान समझाए गए हैं, मगर यदि आप नए है और सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान समझ नहीं पा रहे हैं तो सबसे पहले आपको सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार में पढ़ने की ज़रूरत है।

Credit: Nivesh Gyan

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